BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया से अलग होने के लिए मजबूर कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ का कहना है। लतीफ की मानें तो गांगुली के इस फैसले की नींव साल २०१७ में ही पड़ गई थी। टीम इंडिया की कोचिंग अनिल कुंबले की जगह रवि शास्त्री ने संभाली थ।
हम आपको बता दे की २०१९ में शास्त्री का कॉन्ट्रैक्ट वनडे वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो गया था जिस के बाद २ साल के लिए बड़ा दिया गया।
लतीफ़ का दावा है कि शास्त्री से गांगुली खुद से आगे आकर कहा होगा की बॉस अब आपका जाने का वक़्त है। ये सब लतीफ़ ने एक यूट्यूब वीडियो के जरिये कहा।
यह सब उस वक्त शुरू हुआ जब अनिल कुंबले को गलत तरीके से कोच के पद से हटाया गया था। रवि शास्त्री ने कोई कोचिंग कोर्स नहीं किये थे इसके बाद भी वह डायरेक्ट कोच में एंट्री ले लिए। इनकी टीम मजबूत थी ६०० से
ज्यादा विकेट्स कुंबले के पास थे और राहुल द्रविड़ तथा सौरव गांगुली यह दोनों उनके टीममेट्स रहे चुके थे इनकी तिकड़ी बहुत मजबूत ह।