१ फरवरी को देश का आम बजट केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमण ने पेश किया। कृषि क्षेत्र के लिए इस बजट में कुछ घोषणाएं की गई हैं। किसान निधि सम्मान और MSP बढ़ाने की इसमें कोई बात नहीं की गई है। लेकिन सरकार ने धान और गेहूं की खरीद के लक्ष्य को बढ़ाने का फैसला लिया है। साथ ही टेक्नॉलजी का इस्तेमाल खेती में करने की बात पर जोर दिया गया है। सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने में केन-बेतवा की परियोजना के लिए ४४ हजार ६०५ करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
इसमें कृषि जमीन को नौ लाख हेक्टेयर से ज्यादा सिंचाई का पानी मिलेगा।
इस साल को वित्त मंत्री ने मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है। जैसे मोटे अनाज में ज्वार, बाजरा, रागी, जौ, शामिल हैं। मोटा अनाज इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनके उत्पादन में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती। कम पानी और कम उपजाऊ जमीन में भी उग जाते हैं। इन आनाजों में पोषक तत्वों की मात्रा काफी ज्यादा होती है।